Heart Touching Poem on Republic Day in Hindi
गणतंत्र दिवस की कहानी यहाँ है,
दिल को छू जाए, ये कविता सुनाने का वक्त आया।
एक देश की शान, एकता की पहचान,
तिरंगे के साये में, एक नई कहानी है बनी।
कविता की कहानी में, भावनाएं हैं समाहित,
बलिदानों की कहानी, जीत की विजय की गाथा।
स्वतंत्रता की गूंथ, राष्ट्रगान की धुन,
गर्व की संफोनी, हर दिल में बसी रहे यह कहानी।
तो आओ मिलकर खड़े हो जाएँ, इस विशेष दिन पर,
भारत के दिल में, आशा का मिले सफर।
एक दिल को छूने वाली कविता, एक श्रद्धांजलि इतनी बड़ी,
गणतंत्र दिवस पर, हम सभी मिलकर खड़े हैं।
heart touching poem on republic day in hindi
मैं हिन्दुस्तान का हूँ !!
और हिन्दुस्तान मेरा है !!
ये काफी नहीं है वतन पर !!
यादों को नहीं भुलाना !!
जो कुर्बान हुए उनके लफ़्ज़ों को आगे बढ़ाना !!
खुदा के लिए नही ज़िन्दगी वतन के लिए लुटाना !!
हम लाएं है तूफ़ान से कश्ती निकाल के !!
इस देश को रखना मेरे बच्चों संभाल के !!
लहराएगा तिरंगा अब सारे आसमां पर !!
भारत का नाम होगा सब की जुबान पर !!
ले लेंगे उसकी जान या दे देंगे अपनी जान !!
कोई जो उठाएगा आँख हमारे हिंदुस्तान पर !!
दिल से निकलेगी न मर कर भी वतन की उल्फ़त !!
मेरी मिट्टी से भी ख़ुशबू-ए-वफ़ा आएगी !!
सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्ताँ हमारा !!
हम बुलबुलें हैं इस की ये गुलसिताँ हमारा !!
लहू वतन के शहीदों का रंग लाया है !!
उछल रहा है ज़माने में नाम-ए-आज़ादी !!
वतन की ख़ाक से मर कर भी हम को उन्स बाक़ी है !!
मज़ा दामान-ए-मादर का है इस मिट्टी के दामन में !!
26 जनवरी के लिए कविता
उसे यह फिक्र है हरदम नया तर्जे जफा क्या है !!
हमें यह शौक हैं देखें सितम की इंतहा क्या है !!
दुश्मन की गोलियों का हम सामना करेंगे !!
आजाद ही रहे हैं आजाद ही रहेंगे !!
वह गुलशन जो आबाद था गुजरे जमाने में !!
मैं शाखे खुश्क हूं उजड़े गुलिश्तां का !!
शहीदों की मजारों पर लगेंगे हर बरस मेले !!
वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशां होगा !!
कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी !!
सदियों रहा है दुश्मन दौरे जहां हमारा !!
दिल की बर्बादी का क्या मज्कूर है !!
यह नगर सौ मरतबा लूटा गया है !!
महफिल उनकी साकी उनका !!
आंखें मेरी बाकी उनका !!
लोग टूट जाते हैं एक घर बनाने में !!
तुम तरस नहीं खाते बस्तियाँ जलाने में !!
बोझ उठाए हुए फिरती है हमारा अब तक !!
ऐ ज़मीं माँ तिरी ये उम्र तो आराम की थी !!
नक़्शा ले कर हाथ में बच्चा है हैरान !!
कैसे दीमक खा गई उस का हिन्दोस्तान !!
Heart touching poem on republic day in hindi lyrics

कहाँ हैं आज वो शम-ए-वतन के परवाने !!
बने हैं आज हक़ीक़त उन्हीं के अफ़्साने !!
दिल से निकलेगी न मर कर भी वतन की उल्फ़त !!
मेरी मिट्टी से भी ख़ुशबू-ए-वफ़ा आएगी !!
जवानो नज़्र दे दो अपने ख़ून-ए-दिल का हर क़तरा !!
लिखा जाएगा हिन्दोस्तान को फ़रमान-ए-आज़ादी !!
वतन की ख़ाक ज़रा एड़ियाँ रगड़ने दे !!
मुझे यक़ीन है पानी यहीं से निकलेगा !!
दे सलामी इस तिरंगे को जिस से तेरी शान हैं !!
सर हमेशा ऊँचा रखना इसका जब तक दिल में जान हैं !!
देश भक्तो की बलिदान से स्वतंत्रा हुए है हम !!
कोई पूछे कौन हो तो गर्व से कहेंगे !!
भारतीय है हम देशभक्त हैं हम !!
26 जनवरी गणतंत्र दिवस की शायरी !!
नहीं सिर्फ जश्न मनाना !!
नहीं सिर्फ झंडे लहराना !!
देश भक्तो की बलिदान से !!
स्वतन्त्र हुए है हम कोई पूछे कोन हो !!
तो गर्व से कहेंगे भारतीय है हम !!
कदम जो देश हित में चला हो उस !!
पर कभी अफ़सोस मत करना कोई !!
साथ दे न दे पर तुम गद्दारी मत करना !!
दुश्मन की गोलियों का हम सामना करेंगे !!
दुश्मन की गोलियों का हम सामना करेंगे !!
आजाद ही रहे हैं आजाद ही रहेंगे !!
गणतंत्र दिवस पर छोटी सी कविता
नफरत करना है बुरी बात !!
देश की उन्नति के लिए चाहिए सब का साथ !!
न करो तेरा-मेरा ये देश तो है हम सब का !!
देश को आजादी के नए अफसानों की जरूरत है !!
भगत-आजाद जैसे आजादी के दीवानों की जरूरत है !!
भारत को फिर देशभक्त परवानों की जरूरत है !!
जो हैं देश भक्त वो इस देश की शान हैं !!
हर हिन्दुस्तानी का उनके लिए सम्मान हैं !!
हम सब इस देश के फूल हैं यारों !!
जिस देश का नाम हिंदुस्तान है !!
आओ झुक कर सलाम करे उनको !!
जिनके हिस्से में ये मुकाम आता है !!
खुशनसीब होता है वो खून जो !!
इस देश के काम आता है !!
कोई भी दुश्मन आँख उठाएं !!
उसको भेजें शमशान !!
धन्य हैं वो जो शरहत पर !!
खड़े हैं वीर जवान !!
न लड़ो धर्म के नाम पर !!
न झगड़ो जाति के नाम पर !!
इंसानियत ही है धर्म वतन का !!
बस जियो वतन के नाम पर !!
ज़माने भर में मिलते हे आशिक कई !!
मगर वतन से खूबसूरत कोई सनम नहीं होता !!
नोटों में भी लिपट कर सोने में सिमटकर मरे हे कई !!
मगर तिरंगे से खूबसूरत कोई कफ़न नहीं होता !!
सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा !!
हम बुलबुले हैं उसकी वो गुलसिताँ हमारा !!
परबत वो सबसे ऊंचा हमसाया आसमां का !!
वह संतरी हमारा वो पासबाँ हमारा !!
गणतंत्र दिवस की बधाइयां जय हिंद जय भारत !!
तीन रंग का नही वस्त्र ये ध्वज देश की शान है !!
हर भारतीय के दिलो का स्वाभिमान है !!
यही है गंगा यही हैं हिमालय यही हिन्द की जान है !!
और तीन रंगों में रंगा हुआ ये अपना हिन्दुस्तान हैं !!
ऐ मेरे वतन के लोगों तुम खूब लगा लो नारा !!
ये शुभ दिन है हम सब का लहरा लो तिरंगा प्यारा !!
पर मत भूलो सीमा पर वीरों ने है प्राण गँवाए !!
कुछ याद उन्हें भी कर लो जो लौट के घर न आये !!

26 जनवरी पर स्कूल में बोलने के लिए कविता
उनके हौंसले का मुकाबला ही नहीं कोई !!
जिनकी कुर्बानी का कर्ज हम पर उधार है !!
आज हम इसीलिए खुशहाल हैं क्योंकि !!
सीमा पे जवान बलिदान को तैयार हैं !!
हंस कर जो चढ़ गए सूली !!
खाई जिन्होने सीने पर गोली !!
पूरे देश को वो अभिमान हैं !!
उनके बलिदान को सलाम है !!
तैरना है गर तो समुंदर में तैरो न !!
दी नालों में क्या रखा है !!
प्यार करना हैं तो इस देश से करो !!
इन बेबफा लोगों में क्या रखा है !!
मैं तो सोया था गहरी नींद मैं !!
सरहद पर था जवान जगा रात सारी !!
ये सोच कर नींद मेरी उड़ गयी !!
जवान कर रहा रक्षा हमारी !!
26 जनवरी की शुभकामनाएं !!
जिसे सींचा लहू से है वो यूँ खो नहीं सकती !!
सियासत चाह कर विष बीज हरगिज बो नहीं !!
सकती वतन के नाम पर जीना वतन के नाम !!
मर जाना शहादत से बड़ी कोई इबादत हो नहीं सकती !!
तिरंगा लहराएँगे !!
भक्ति गीत गुनगुनाएंगे !!
वादा करो इस देश को !!
दुनिया का सबसे प्यारा देश बनाएँगे !!
मै भारत बरस का हरदम अमित सम्मान करता हूँ !!
यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ !!
मुझे चिंता नही है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की !!
तिरंगा हो कफ़न मेरा बस यही अरमान रखता हूँ !!
ना जियो घर्म के नाम पर !!
ना मरों घर्म के नाम पर !!
इंसानियत ही है धर्म वतन का !!
बस जियों वतन के नाम पर !!
भारत माता की जय !!
वो शमा जो काम आये अंजुमन !!
के लिए वो जज्बा जो कुर्बान हो !!
जाये वतन के लिए रखते है हम !!
वो हौसले भी जो मर मिटे हिंदुस्तान के लिए !!
कुछ नशा तिरंगे की आन है !!
कुछ नशा मातृभूमि की शान का है !!
हम लहराएँगे हर जगह ये तिरंगा !!
नशा ये हिंदुस्तान की शान का है !!

Republic day essay 1000 words in hindi
ना सरकार मेरी है न रौब मेरा है !!
ना बड़ा सा नाम मेरा है मुझे तो !!
एक छोटी सी बात का गर्व है !!
मैं “हिन्दुस्तान का हूँ और !!
हिन्दुस्तान मेरा है !!
चलो फिर से खुद को जगाते है !!
अनुसासन का डंडा फिर घुमाते है !!
सुनहरा रंग है गणतंत्र का शहीदों के लहू से !!
ऐसे शहीदों को हम सब सर झुकाते है !!
मै भारत बरस का हरदम अमित सम्मान करता हूँ !!
यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ !!
मुझे चिंता नही है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की !!
तिरंगा हो कफ़न मेरा बस यही अरमान रखता हूँ !!
बलिदानों का सपना सच हुआ देश !!
तभी आजाद हुआ आज सलाम करें !!
उन वीरों को जिनकी शहादत से ये !!
गणतन्त्र हुआ !!
इंडियन होने पर करीए गर्व !!
मिलके मनाएं लोकतंत्र का पर्व !!
देश के दुश्मनों को मिलके हराओ !!
हर घर पर तिरंगा लहराओ !!
भूख गरीबी लाचारी को इस धरती से
आज मिटायेंगे भारत के भारतवासी को !!
उसके सब अधिकार दिलायेंगे आओ
सब मिलकर नये रूप में गणतंत्र मनायें !!
वतन हमारा ऐसा कोई न छोड़ पाये !!
रिश्ता हमारा ऐसा कोई न तोड़ पाये !!
दिल एक है एक है जान हमारी !!
हिंदुस्तान हमारा है हम इसकी शान है !!
आज शहीदों ने है तुमको अहले वतन ललकारा !!
तोड़ो गुलामी की जंजीरें बरसाओ अंगारा !!
हिन्दू-मुस्लिम-सिख हमारा भाई-भाई प्यारा !!
यह है आजादी का झंडा इसे सलाम हमारा !!
ना ये सरकार मेरी है ना कोई रौब मेरा है !!
ना बड़ा नाम मेरा है न ही फरमान मेरा है !!
मुझे तो सिर्फ एक बात का हमेशा गर्व रहता है !!
मैं हिन्दुस्तान का हूँ और ये हिन्दुस्तान मेरा है !!
चलो आज फिर से खुद को जगाते हैं !!
आज अनुशासन का डंडा फिर घुमाते हैं !!
चलो याद करें उन शूरवीरों को क़ुरबानी !!
जिनके कारण हम लोकतंत्र मना पाते हैं !!
गणतंत्र दिवस पर कविता 2024
अलग है भाषा अलग है भेष !!
धर्म जात और प्रांत अनेक !!
पर हम सब है एक ही भाई !!
देश हमारा सबसे श्रेष्ठ !!
तिरंगा ही है हमारी शान-ए-जिंदगी !!
वतन परस्ती ही है हमारी वफ़ा-ए-जिंदगी !!
देश के लिए मर मिटना कबूल है हमें !!
क्योकि अखण्ड भारत का जूनून है हमें !!
आज सब मिलकर तिरंगा लहरायेंगे !!
देश भक्ति भक्ति गीत गुनगुनाएंगे !!
आओ आज वादा करते है सब मिलकर !!
भारत को दुनिया का सबसे प्यारा देश बनायेंगे !!
मै भारत वर्ष का हरदम अमित सम्मान करता हूँ !!
यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ !!
मुझे चिंता नही है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की !!
तिरंगा हो कफ़न मेरा यही अरमान रखता हूँ !!
ऐ मेरे देश तूू यूँ ही आजाद रहे !!
मुझपे हमेशा तेरा ही अधिकार रहे !!
तेरी इस आजादी की रक्षा के लिए !!
मेरे जैसे लाखों जान कुर्बान रहे !!
अब तिरंगा लहराएगा नीले आसमान पर !!
मेरे देश का नाम होगा अब सबकी जुबान पर !!
जो उठाएगा कोई आँख हमारे हिंदुस्तान पर !!
ख़त्म करेंगे उसे या खेलेंगे अपनी जान पर !!
ना धर्म के नाम पर जियो !!
ना धर्म के नाम पर मरों !!
वतन का एक ही धर्म है इंसानियत !!
बस जिओ तो वतन के नाम पर जिओ !!
नफरत बुरी है ना पालो इसे !!
दिलों में खलिश है निकालो इसे !!
न तेरा न मेरा न इसका न उसका !!
ये सबका वतन है संभालो इसे !!
ऐ मेरे वतन के लोगों तुम खूब लगा लो नारा !!
ये शुभ दिन है हम सब का लहरा लो तिरंगा प्यारा !!
पर मत भूलो सीमा पर वीरों ने है प्राण गँवाए !!
कुछ याद उन्हें भी कर लो जो लौट के घर न आये !!
गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं !!
आन देश की शान देश की !!
देश की हम संतान है !!
तीन रंगों से रंगा तिरंगा !!
भारत की ये पहचान हैं !!
15 अगस्त की कविता
उठो जागो ए वतन के नौजवानों !!
वतन पर दुश्मनों की नजर है !!
बता दो दुश्मनों को आज !!
कि तुमको भी वतन की कदर है !!
मेरे वतन की मिट्टी बस्ती है मेरे दिल में !!
इस मिट्टी पर मेरा सब कुछ कुर्बान !!
कह रही है मेरे खून की हर एक बूंद !!
मेरा भारत देश महान !!
ऐ मेरे आजाद भारत के नौजवानों !!
आज अगर वैलेंटाइन डे होता !!
तो तुम्हारा इनबॉक्स ओवरफ्लो हो जाता !!
चलो उठो और सबको !!
प्रजासत्ताक दिन की शुभकामनाएं भेजो !!
नहीं जीता हूं मैं किसी सनम के लिए !!
या नहीं मरता हूं मैं किसी बेवफा के लिए !!
मैं तो जीता हूं बस अपने वतन के लिए !!
हैप्पी रिपब्लिक डे !!
यह देश है वीर जवानों का !!
अलबेलो का मस्तानो का !!
इस देश का यारों क्या कहना !!
यह देश है दुनिया का गहना !!
भारत की पहचान तुम ही से है !!
जम्मू की जान तुम ही से है !!
दिल्ली का दिल तुम ही से है !!
और भारत का नाम ए हिंदुस्तानियों तुम ही से है !!
26 जनवरी गणतंत्र दिवस शायरी !!
पानी मांगोगे तो खीर देंगे !!
लेकिन अगर हिंदुस्तान मांगोगे तो चीर देंगे !!
सबको आजादी के दिन की बहुत-बहुत बधाई !!
हैप्पी रिपब्लिक डे !!
आन देश की शान देश की !!
देश की हम संतान हैं !!
तीन रंगों से रंगा तिरंगा !!
अपनी ये पहचान है !!
वतन हमारा ऐसा कोई ना छोड पाये !!
रिश्ता हमारा ऐसा कोई न तोड़ पाये !!
दिल एक है जान एक है हमारी !!
हिन्दुस्तान हमारा है यह शान हैं हमारी !!
आओ झुक कर सलाम करे उनको !!
जिनके हिस्से में ये मुकाम आता है !!
खुशनसीब होता है वो खून !!
जो देश के काम आता है !!

26 जनवरी पर स्कूल में बोलने के लिए कविता
देशभक्तों से ही देश की शान है !!
देशभक्तों से ही देश का मान है !!
हम उस देश के फूल हैं यारों !!
जिस देश का नाम हिंदुस्तान है !!
कहते हैं अलविदा हम अब इस जहान को !!
जा कर ख़ुदा के घर से अब आया न जाएगा !!
हमने लगाई आग हैं जो इंकलाब की !!
इस आग को किसी से बुझाया ना जाएगा !!
हम आजाद हैं ये आजादी कभी छिनने नहीं देंगे !!
तिरंगे की शान को हम कभी मिटने नहीं देंगे !!
कोई आंख भी उठाएगा जो हिंदुस्तान की तरफ !!
उन आंखों को फिर दुनिया देखने नहीं देंगे !!
है नमन उनको जो यशकाय को अमरत्व देकर !!
इस जगत में शौर्य की जीवित कहानी हो गये हैं !!
है नमन उनको जिनके सामने बौना हिमालय !!
जो धरा पर गिर पड़े पर आसमानी हो गये हैं !!
चिंगारी आजादी की सुलगी मेरे जश्न में हैं !!
इन्कलाब की ज्वालाएं लिपटी मेरे बदन में हैं !!
मौत जहाँ जन्नत हो ये बात मेरे वतन में हैं !!
कुर्बानी का जज्बा जिन्दा मेरे कफन में हैं !!
लड़ें वो वीर जवानों की तरह !!
ठंडा खून फ़ौलाद हुआ !!
मरते-मरते भी मार गिराए !!
तभी तो देश आज़ाद हुआ !!
अब तक जिसका खून न खौला !!
खून नहीं वो पानी है !!
जो देश के काम ना आये !!
वो बेकार जवानी है !!
तिरंगा हमारा शान ए जिंदगी !!
वतन परस्ती हैं वफा ए जमीं !!
देश के मर मिटना काबुल है हमें !!
अखंड भारत के स्वपन का जुनून हैं हमें !!
चलो फिर से आज वह नज़ारा याद कर ले !!
शहीदों के दिल में थी वो ज्वाला याद कर ले !!
जिसमे बहकर आज़ादी पहुंची थी किनारे पे
देशभक्तो के खून की वो धारा याद कर ले !!
लहराएगा तिरंगा अब सारे आसमान पर !!
भारत का ही नाम होगा सबकी जुबान पर !!
ले लेंगे उसकी जान या खेलेंगे अपनी जान पर !!
कोई जो उठाएगा आँख हिंदुस्तान पर !!
Desh Bhakti Kavita
heart touching poem on republic day in hindi
यह बात हवाओं को भी बताए रखना !!
रोशनी होगी चिरागों को जलाए रखना !!
लहू देकर जिसकी हिफाजत हमने की !!
ऐसे तिरंगे को सदा दिल में बसाए रखना !!
गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं !!
काले गोरे का भेद नहीं !!
इस दिल से हमारा नाता है !!
कुछ और न आता हो हमको !!
हमें प्यार निभाना आता है !!
आजादी की कभी शाम ना होने देंगे !!
शहीदों की कुर्बानी बदनाम ना होने देंगे !!
बची है लहू की एक बूँद भी रगों में !!
तब तक भारत माता का आँचल नीलाम ना होने देंगे !!
हर तूफान को मोड़ दे दो !!
जो हिंदुस्तान से टकराएगा !!
चाहे तेरा सीना हो छली मगर !!
तिरंगा ऊँचा ही लहराएगा !!
इश्क तो करता हैं हर कोई !!
महबूब पर मरता हैं हर कोई !!
कभी वतन को महबूब बना कर देखो !!
तुझ पर मरेगा हर कोई !!
मैं मुल्क की हिफाजत करूंगा !!
ये मुल्क मेरी जान हैं !!
इसकी रक्षा के लिए !!
दिल और जां भी कुर्बान हैं !!
आगे झुके सलाम करे उनको !!
जिनके हिस्से में ये मुकाम आता है !!
खुशनसीब होता है वो खून !!
जो देश के काम आता है !!
जय हिंद जय भारत !!
ये बात हवाओ को बताये रखना !!
रोशनी होगी चिरागों को जलाये रखना !!
लहू देकर जिसकी हिफाज़त हमने की !!
ऐसे तिरंगे को सदा दिल में बसाये रखना !!
कुछ नशा तिरंगे की आन का है !!
कुछ नशा मातृभूमि की शान का है !!
हम लहरायेंगे हर जगह ये तिरंगा !!
नशा ये हिन्दुस्तां के सम्मान का है !!
ना जियो धर्म के नाम पर !!
ना मरों धर्म के नाम पर !!
इंसानियत ही है धर्म वतन का !!
बस जियो वतन के नाम पर !!

26 January Motivational Shayari
ज़माने भर में मिलते हे आशिक कई !!
मगर वतन से खूबसूरत कोई सनम नहीं होता !!
नोटों में भी लिपट कर सोने में सिमटकर मरे हे कई !!
मगर तिरंगे से खूबसूरत कोई कफ़न नहीं होता !!
आओ हम सब एक धरा पर !!
राष्ट्रीय पर्व मनाते हैं !!
26 जनवरी हो हर्षोल्लास भरा !!
ऐसा एक राष्ट्र बनाते हैं !!
INDIAN होने पर करीए गर्व !!
मिलके मनाएं लोकतंत्र का पर्व !!
देश के दुश्मनों को मिलके हराओ !!
हर घर पर तिरंगा लहराओ !!
अलग है भाषा धर्म जात !!
और प्रांत भेष परिवेश !!
पर हम सब का एक ही गौरव है !!
राष्ट्रध्वज तिरंगा श्रेठ !!
ऐ मेरे वतन के लोगों !!
तुम खूब लगा लो नारा !!
ये शुभ दिन है हम सबका !!
लहरा लो तिरंगा प्यारा !!
ये नफरत बुरी है ना पालो इसे !!
दिलों में नफरत है निकालो इसे !!
ना तेरा ना मेरा ना इसका ना उसका !!
ये सब का वतन है बचालो इसे !!
काँटो में भी फूल खिलाएं !!
इस धरती को स्वर्ग बनाएं !!
आओ सब को गले लगाएं !!
हम गणतंत्र का पर्व मनाएं !!
चढ़ गये जो हंसकर सूली !!
खाई जिन्होंने सीने पर गोली !!
हम उनको प्रणाम करते हैं !!
जो मिट गए देश के लिए !!
हम उनको सलाम करते हैं !!
दिलों की नफरत को निकालो !!
वतन के इन दुश्मनों को मारो !!
ये देश है खतरे में ए मेरे हमवतन !!
भारत माँ के सम्मान को बचा लो !!
मैं मुस्लिम हूँ तू हिंदू है हैं दोनो इंसान !!
ला मैं तेरी गीता पढ़ लूँ तू पढ़ ले क़ुरान !!
अपने तो दिल में है बस एक ही अरमान !!
एक थाली में खाना खाए सारा हिन्दुस्तान !!

